Corteva tracer का सही इस्तेमाल कैसे करे?कौनसा टेक्निकल है? ट्रेसर की संपूर्ण जानकारी।

 नमस्कार किसान भाइयों।आए दिन हमारे खेत की फसल में कोई न कोई कीट की परेशानी होती है।जैसे की कभी थ्रिप्स का प्रकोप होता है या फिर कोई इल्लीया का प्रकोप रहता है।और कभी कभी तो ये दोनो मिलके हमारी फसल में नुकसान पहुंचाते ही।तो ऐसी परिस्थिति में हमारे किसान भाई ये दुविधा में पड़ जाते है की कौनसी दवाई का उपयोग करे ताकि हमे इनसे छुटकारा मिले।

 ऐसी परिस्थिति में किसान भाई के लिए बाजार में कई विकल्प है।तो आज हम उन्हीं में से एक दवाई की बात करेंगे जिसका नाम है Dow Tracer. भाइयों इस कीटनाशक का नाम तो लग-भग हर किसान भाई पता होगा। क्योंकि ये दवाई मार्केट में कई सालो से है और आज भी मार्केट में उतनी ही इसकी डिमांड है।तो चलिए जानते है इस दवाई के बारे में।

dow-agrosciences-tracer
Image by-Corteva india


ट्रेसर क्या है? और कैसे काम करता है?

ट्रेसर एक जानी मानी कीटनाशकों में से एक हे।जिसका उपयोग भारत लग-भग हर किसान ने कभी न कभी तो किया ही होगा।और कई सालो से भारतीय किसानों की विश्वशनीय ब्रांड बनी हुई है।

 ट्रेसर का उत्पादन corteva agri science नाम की कंपनी करती है।अब बहोत से किसान भाई पूछेंगे की इसका उत्पादन तो dow agroscience करती थी तो अब corteva कंपनी कैसे करती है?.तो इनका जवाब है की अब dow agroscience और E.I. dupont india दोनो कंपनी अब मर्ज हो चुकी है और मार्केट में corteva agri science के नाम से जानी जाती है।

ट्रेसर मुख्य रूप से संपर्क और अंतर्ग्रहण के माध्यम से कीट में प्रवेश करता है। संपर्क सीधे आवेदन से होता है या किसी उपचारित सतह पर कीड़ों के हिलने से और उपचारित सतहों पर भोजन करने से अंतर्ग्रहण होता है।

अगले प्रवेश के बाद, ट्रेसर कीट के एक अद्वितीय न्यूरो-रिसेप्टर साइट पर कार्य करता है। लक्षण लगभग तुरंत दिखाई देते हैं और पूर्ण मृत्यु दर कुछ घंटों के भीतर होती है। ट्रेसर सिस्टमिक दवाई नहीं है, लेकिन ट्रांसलैमिनर मूवमेंट दिखाता है।

ट्रेसर का सक्रिय तत्व क्या है? और इसकी क्या विशेषताएं है?

ट्रेसर का सक्रिय तत्व spinosad 45% SC है।जो मिट्टी एक्टिनोमाइसीट, सैक्रोपॉलीस्पोरा स्पिनोसा से किण्वन प्रक्रिया द्वारा बनता है।

ट्रेसर कंपाउंड के एक अनोखे वर्ग में पहला उत्पाद है जिसे naturalyte वर्ग कहा जाता है।
ट्रेसर ब्लू टॉक्सीसिटी लेबल के साथ आता है जिसका मतलब है की ये बाकी लाल और पीले टॉक्सीसिटी लेबल वाले कीटनाशकों से कम खतरनाक है।


ट्रेसर को कौनसी फसल में,कौनसी कीट के लिए, कितना और कैसे उपयोग में लेना चाहिए?

ट्रेसर को अगर आप कपास में इस्तेमाल के लिए ले रहे हो तो ये कपास के डेंडू की अमेरिकन सुंडी और थ्रीप्स पे काम करता है।इसके लिए आपको 165-150 ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हैक्टर के हिसाब से छिड़कना चाहिए।

 मिर्च में उपयोग में ले रहे हो तो ये thrips और फल छेदक पे काम करता है।इसके लिए आपको 165-150 ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हैक्टर के हिसाब से छिड़कना चाहिए।

 और इसका उपयोग आप तूर(tur) की फसल मे कर रहे हो तो ये अमेरिकन सुंडी और फल छेदक पर असर करता है।इसके लिए आपको 125-162 ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हैक्टर के हिसाब से छिड़कना चाहिए।

तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको कोई शकेद के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।








टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Syngenta virtako क्या है?इसका technical क्या है? Virtako की संपूर्ण जानकारी।

Basf priaxor fungicide क्या है? इसका इस्तेमाल कौनसी फसलों में कर सकते हैं? बाद प्रायोक्सर की संपूर्ण जानकारी।