मिट्टी को उपजाऊ बनाने के तरीके। कम खर्चे में खेती की जमीन को उपजाऊ बनाए।

 नमस्कार किसान भाइयों।हम मे से हर कोई किसान अपनी फसल की पैदावार बढ़ाना चाहता है।हर कोई चाहता है की उसे अधिक से अधिक और बहेतर क्वालिटी की फसल मिले।और इसके लिए हम सब हो सके उतनी मेहनत करते है. जैसे की अच्छी क्वालिटी का बीज,अच्छी दवाई,और अच्छी मात्रा में खाद भी डालते है।

 लेकिन कई बार ये सारी चीजे करने के बाद भी हमे अच्छी फसल नहीं मिलती।तो उसके बहोत से कारण हो सकते है जैसे की सुखा या अकाल पड़ना,ज्यादा बारिश होना या फिर वातावरण अनियमित होना. और सबसे महत्वपूर्ण हमारी मिट्टी का बंजर बनते जाना।

 किसान भाइयों मिट्टी का बंजर बनने से हमे पैदावार में काफी नुकसानी उठानी पड़ती है।तो आज हम जानेंगे की बंजर मिट्टी को हमारी फसल के लिए कैसे उपजाऊ बना सकते है।

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Image by-Punjab kesri


1> मिट्टी की जांच करना।

 किसान भाइयों अगर हमे हमारी जमीन को उपजाऊ बनाना हे तो इसके लिए हमे हमारी जमीन की जांच करवानी बहुत जरूरी है।जमीन की जांच करवाने से हमे ये पता चल सकता है की हमारी जमीन में कौनसे पोषक तत्वों की कमी है और उसके लिए हमे क्या करना चाहिए।जिससे हमे अच्छी फसल मिले।

 मिट्टी की जांच के लिए आपको सबसे पहले अपने खेत में से अच्छे से मिट्टी सैंपल लेना है।उसके बाद आपको उस सैंपल को लेके आपके नजदीकी कृषि यूनिवर्सिटी या फिर कोई प्राइवेट सॉइल टेस्टिंग लैब पे जाना है। इसके बाद जब आपके मिट्टी का रिपोर्ट आएगा तो उसमें वो सारे पोषक तत्व की जानकारी होगी जिसकी आपकी जमीन में कमी होगी।
 
और आपको ये भी जानकारी मिलेगी आपको अगली फसल के लिए कौनसी खाद कितने प्रमाण में डालनी है।जिससे किसान भाइयों का खर्चा सोच समझ कर होगा और अच्छी पैदावार भी मिलती है।


2> सही तरीके से पोषण व्यवस्था।

 किसान भाइयों हमारी जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए सही तरीके से पोषण व्यवस्था करनी भी बहोत जरूरी है।सही तरीके से पोषण व्यवस्था करने के लिए आपको "intigrated nutrient management"करना चाहिए।जिसका मतलब है की आपको रसायनिक खाद और जैविक खाद दोनो का उपयोग करना है।

इसके लिए आपको अपने खेत में गोबर से बने खाद,केंचुआ का खाद और नीम के बीज की खली जैसे जैविक खाद को जमीन में डालना है। जिससे फसल को लग-भग सभी पोषक तत्वों की कुछ हद तक पूर्ति होती है।और आगे बाद में जरूरत पड़ने पे हमे रसायनिक खाद का उपयोग भी करना है।

इस तकनीक से हमे बहोत से फायदे मिलते है।जैसे की हमारी मिट्टी में रसायनिक खाद का उपयोग कम होता है जिससे जमीन में रसायन की मात्रा कम होती है।जो हमारे स्वाथ्य के लिए भी फायदा देता है।और साथ में रसायनिक खाद का उपयोग कम होने से किसानों को काफी हद तक खर्च कम हो जाता है।


3> खेती के कचरे का सही उपयोग।

अगर आप के खेत में किसी धान,या फिर कोई अन्य फसल की पराली या नरवाई है तो आपको उसको कभी भी जलाना नहीं चाहिए।क्योंकि इससे हमे दो बड़े नुकसान होते है।
 
 जिसमे पहला नुकसान हमारे पर्यावरण को होता है।क्योंकि जलाए हुई पराली या नरवाई का काला धुआं आसमान में जाके हमारी हवा को प्रदूषित करता है और हमे नुकसान पहुंचाता है।और दूसरा नुकसान ये है की हम खुद अपने खेत की अमूल्य खाद यानी पराली को नष्ट कर देते है।पराली या नरवाई का उपयोग करके हम उससे भी मिट्टी को उपजाऊ बना सकते है।
 
 कभी भी कोई पुरानी फसल की पराली या नरवाई जलाने से पहले उसमे आपको Shredder machine का उपयोग करने उसको अच्छे से बारीक कर लेना है।और बाद में जाके जब ये decompose होगा तो काफी अच्छी खाद के रूप मे हमारी फसल को पोषण देगा।

4> गर्मियों में गहरी जुताई करे।

 किसान भाइयों जैसा की हम सब जानते है की गर्मियों का मौसम गहरी जुताई के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।क्योंकि मार्च महीने के अंत में या अप्रैल महीने की शुरुआत में गहरी जुताई करते वक्त जमीन के अंदर नमी होती है जिससे हमे जुताई करने में आसानी होती है।
 
 गर्मियों के मौसम में जुताई करने से पहला फायदा ये मिलता है की जमीन की नमी संरक्षण शक्ति में काफी सुधार आता है।क्योंकि बारिश का पानी जमीन में काफी गहराई तक जाता है।
  
  अगला फायदा ये होता है की जमीन में मौजूद नुकसान कारक कीट के अंडे सूर्य की तेज गर्मी के सीधे संपर्क में आ जाते है जिससे ये अंडे निष्क्रिय हो जाते है और हमे कीटो पर भी नियंत्रण मिलता है।ठीक इसी तरह जमीन की फफूंद भी सूर्य प्रकाश की तेज गर्मी के संपर्क में आती है और नमी न मिलने के कारण ये भी नष्ट होती है।

 और किसान भाइयों इसके अलावा हमे खरपतवार से भी काफी हद तक राहत मिलती है।क्यों की गहरी जुताई से खरपतवार के बीज भी जमीन में काफी गहराई में चले जाते है जिसके कारण वो बाद में अंकुरित नही हो पाती।


तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।



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