Bayer laudis क्या है? इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते है? Laudis herbicide की संपूर्ण जानकारी।

 नमस्कार किसान भाइयों.अगर आप मक्के की खेती करते है तो आपको उसमे होने वाली खरपतवार की समस्या का अंदाजा तो होगा।लेकिन किसान भाई ये तय नहीं कर पाते की खरपतवार का नियंत्रण के लिए कौनसी दवाई का इस्तेमाल करे?

 लेकिन भाइयों अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।क्योंकि आज हम ऐसी ही एक खरपतवार नाशक के बारे में बात करने वाले है जिससे हमे मक्के की फसल में लग भग हर किस्म की खरपतवारो को नियंत्रित करने में सक्षम है।जिसका नाम bayer laudis है।

Laudis herbicide क्या है?

Laudis एक selective herbicide है.जिसका उपयोग केवल मक्के की फसल में करने के लिए कंपनी सिफारिश करती है।
  Laudis का उत्पादन और विक्रेता Bayer cropscience limited नाम की कंपनी करती है।ये कंपनी अपने बेहतरीन प्रोडक्ट्स की वजह से भारतीय किसानों में काफी लोकप्रिय है।
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Laudis कौनसी खरपतवारो को नियंत्रित करता है?

Laudis का इस्तेमाल foost के साथ करने से ये लग भग हर प्रकार की खरपतवारो को कंट्रोल करता है।जैसे की सावा,बट्टा चारा, मकड़ा घांस, सरकंडा, घोड़ा घांस, जंगली घांस, जंगली चोलाई, गाजर घांस. और भी कई प्रकार की खरपतवारो पे प्रभावी नियंत्रण करता है।

Laudis का technical name क्या है? और ये कैसे काम करता है?

Laudis में Tembotrione 42% SC (34.4% w/w) नाम का सक्रिय घटक मौजूद है।जो एक broad spectrum खरपतवार नाशक के रूप में काम करता है।

 लॉडिस का सक्रिय संघटक टेम्बोट्रियन एंजाइमों की गतिविधि को रोकता है।एंजाइम के अवरोध से कैरोटीनॉयड गठन बाधित होता है। जिससे क्लोरोफिल की कमी होती है और प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधा उत्पन्न होती है।और परिणाम के तौर पर प्रभावी खरपतवारो का नाश होता है।

Laudis का इस्तेमाल कब और कैसे करना चाहिए?

Laudis का इस्तेमाल जब मक्के की फसल 20 दिन की हो और खरपतवार 2-3 पत्तो की अवस्था में हो तब करना चाहिए।

और बात करे इसके इस्तेमाल के तरीके की तो उससे पहले हम ये जान लेते है की laudis के इस्तेमाल करते समय कंपनी इसके साथ foost herbicide का उपयोग करने की सिफारिश करती है।जिसका सक्रिय तत्व atrazine 50% wp है।इन दोनो herbicide के इस्तेमाल से मक्के की फसल में खरपतवार पर काफी अच्छा परिणाम मिलता है।

Laudis के इस्तेमाल के लिए सबसे पहले 115/ml laudis को 6लिटर पानी में अच्छे से मिलाएं फिर 400/gm foost को अलग से 6लिटर पानी में अच्छे से मिलाएं।

 अब इन दो 6-6 liter के घोल को मिलाकर उसमे 400/ml laudis activeator डाल कर अच्छे से मिलाने से लगभग 13/लिटर घोल तैयार होगा।

उसके बाद इस घोल में से 1 लिटर घोल को नैप्सैक स्प्रेयर में डाल के उसको पानी से पूरा भर दीजिए और स्प्रे कर दीजिए। ऐसा 13 टैंक को प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।




सावधानियां


1> इसके छिड़काव के समय मिट्टी में नमी होनी बहुत जरूरी है।क्योंकि नमी की वजह से ही दवाई ठीक तरीके से काम करती है।तो आपको नमी का ध्यान जरूर रखना है।

2> इसका छिड़काव के समय flat fan nozzles का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि इससे दवाई का रिजल्ट काफी अच्छा मिलता है।

3> इसका उपयोग सिर्फ मक्के की फसल में ही करे।क्योंकि इसके अलावा कंपनी अभी तक किसी और फसल में इसका उपयोग करने का सुझाव नही देती।

4> इसका उपयोग करने से पहले अपने कृषि विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

5> घोल बनाते समय और दवाई के छिड़काव के समय सिर्फ साफ पानी का ही उपयोग करे।


तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।

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