Biovita liquid का उपयोग हमारी फसल में क्यों जरूरी है? इसका इस्तेमाल कैसे कर सकते है? Biovita की संपूर्ण जानकारी।
नमस्कार किसान भाईयो.अक्सर हमारी फसल में पौधे के संपूर्ण विकास की बात आती है तो उसमे कोई न कोई समस्या होती है फिर चाहे वो पौधो के विकास की समस्या हो,पत्ते पीले होने की समस्या हो या फिर फूल झड़ने की समस्या हो।
ये समस्या किसी भी कारण से हो सकती है लेकिन इन समस्याओं के प्रमुख कारणों में से एक कारण पौधो के जरूरी तत्वों की कमी भी हो सकती है।तो किसान भाईयो आज हम ऐसे ही एक प्रोडक्ट के बारे मे बात करने वाले है जो आपके पौधो को संपूर्ण विकास में मदद करता है।इस प्रोडक्ट का नाम है biovita liquid.
Biovita liquid क्या है?
Biovita pi एक समुद्री शैवाल पे आधारित उत्कृष्ट प्रोडक्ट है।ये पौधो में प्राकृतिक रूप से संतुलित पोषक तत्वों को प्रदान करता है।जिससे पौधो का संपूर्ण विकास हो सके और किसान भाईयो को अधिक मात्रा में मुनाफा हो सके।
Bio vita का उत्पादन और विक्रेता pi industries Ltd. नाम की कंपनी करती है।ये कंपनी अपने बेहतरीन प्रोडक्ट्स और क्वालिटी के लिए पूरे भारत में मशहूर है।
Biovita का composition क्या है?
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Biovita x समुद्री शैवाल Ascophyllum nodosum पे आधारित है।ये समुद्री पौधा खेती के उपयोग के लिए काफी फायदेमंद है।इस समुद्री पौधे को पूरी दुनिया में एक अच्छे प्राकृतिक उर्वरक और कार्बनिक स्त्रोत के रूप में जाना जाता है।
इसके अंदर हमे बीटाइन,एंजाइम,जिबरेलिन,प्रोटीन,ऑक्सिन,विटामिन,अमीनो एसिड,और साइटोकिनिन जैसे तत्वों भी ऑर्गेनिक रूप में मिलते है।इन तत्वों की मदद से पौधो का विकास अच्छे से होता है।
Biovita का इस्तेमाल कौनसी फसल में ? और कितना कर सकते है?
Biovita seaweed का इस्तेमाल हम लगभग हर प्रकार की फसल में कर सकते है जैसे की मिर्च,प्याज,आलु,गोबी,लहसुन,बैगन,टमाटर,सोयाबीन,चावल,गेहूं,मूंगफली,कपास आदि।
अगर हम इसके उपयोग कि बात करे तो 2/ml biovita को 1/liter पानी के हिसाब से फसल पर क्रांतिक अवस्था पे समान रूप से छिड़काव करना चाहिए।
सावधानी
> इसका उपयोग किसी भी प्रकार की खरपतवार नाशक दवाइयों के साथ नही करना चाहिए।
> इसको सूर्य की सीधी रोशनी में लंबे समय तक नहीं रखना चाहिए।
Biovita के इस्तेमाल से क्या फायदे होते है।
> Biovita का इस्तेमाल फसल में फुटाव और वृद्धि अच्छे से होती है।
> ये जड़ों का विकास करने में मदद करता है। जिससे पौधे को मिट्टी में से सभी तत्वों की पूर्ति होती रहे।
> इसके इस्तेमाल से फलों और फूलों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती है।
> ये फसल के तनाव को कम करता है। जिससे फसल का विकास अच्छे से होता है।
> ये पर्यावरण के लिए काफी हद तक सुरक्षित है।
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