Haru - sumitomo क्या है? इसका technical क्या है? Haru fungicide की संपूर्ण जानकारी।
नमस्कार किसान भाइयों,अगर आप सोयाबीन,मिर्च और आम जैसी फसलों की खेती करते है।और इन फसलों में आपको फफूंदी की समस्या है।तो ऐसी परिस्थिति में आपका चिंतित होना काफी स्वाभाविक है।
लेकिन किसान भाइयों अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आज हम ऐसे ही एक प्रोडक्ट के बारे में बात करने वाले है जो हमारी फसलों में फफूंदी को नियंत्रित करने में हमारी मदद करता है।जिसका नाम है haru sumitomo.
Haru क्या है?
Haru सोयाबीन और मिर्च जैसी फसलों में फफूंदी से होने वाले रोगों के नियंत्रण के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्पर्शीय और आंतर्प्रवाही तरीके से काम करने वाला एक फफूंदी नाशक है।
Image source-google|image by-Sumitomo india |
इसके उत्पादक और विक्रेता sumitomo india Ltd. नाम की कंपनी करती है, यह कंपनी अपने बेहतरीन कृषि उत्पादों और अच्छी क्वालिटी के लिए भारत के किसानों मे काफी लोकप्रिय है।
Haru sumitomo का technical क्या है? और ये कैसे काम करता है?
Haru के अंदर हमे दो सक्रिय तत्वों का मिश्रण देखने को मिलता है।जिसमे से पहला टेक्निकल Tebuconazole 10% है और दूसरा टेक्निकल Sulphur 65% है।इन दोनों टेक्निकल का मिश्रण हमे Wg फॉर्मुलेशन के रूप में मिलते है।
इसके काम करने के तरीके की बात करे तो इसमें मौजूद Tebuconazole पौधे में सिस्टेमिक रूप से फैल कर और Sulphur स्पर्शीय रूप से फफूंदी को नियंत्रित करता है।इस तरह ये फफूंदी के खिलाफ काफी प्रभावी तरीके से काम करता है।
Haru का इस्तेमाल कौनसी फसलों में? कब? और कैसे करना चाहिए?
Haru का इस्तेमाल करने वाली फसलों की सूची नीचे दी गई है।
मिर्च - मिर्च की फसल में Powdery Mildew और Fruit Rot जैसी बीमारियों के नियंत्रण के लिए मिर्च में रोग की प्रारंभिक उपस्थिति के समय 500/gm दवाई को 200/लिटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
सोयाबीन - सोयाबीन की फसल में Leaf spot और Pod blight जैसी बीमारियों के नियंत्रण के लिए सोयाबीन में रोग की प्रारंभिक उपस्थिति के समय 500/gm दवाई को 200/लिटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
सावधानी।
> इसके अलावा अन्य फसलों पर भी इसका प्रयोग कर सकते हैं।लेकिन दूसरी फसलों पर इस्तेमाल करने से पहले अपने कृषि विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले।और इसके बाद कृषि विशेषज्ञ की सुझाई गई मात्रा और सलाह अनुसार प्रयोग करे।
फायदे और विशेषताएं।
> यह फसलों में फफुंदियो से राहत देता है।
> हारू फफूंदी के कारण होने वाली बीमारियों में बाधा डालता है।
> बेहतरीन तरीके से बीमारियों का नियंत्रण करने से फसलों का उत्पादन बढ़ता है और इसके परिणाम स्वरूप ज्यादा मुनाफा मिलता है।
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