Rogor FMC क्या है? इसका उपयोग कैसे कर सकते हे?rogor की संपूर्ण जानकारी।
नमस्कार किसान भाइयों. अक्सर हमारी फसलों में माहू,तना छेदक, फीता, तेला,दहिया, फुदका,जैसी कीटो का प्रकोप रहता है।लेकिन इन सभी कीटो से छुटकारा पाने के लिए किसान भाइयों को काफी मुश्किलें और खर्चे उठाने पड़ते है।
तो ऐसे में हम सब के मन में ये खयाल आता है की इन सभी कीटो का नियंत्रण कैसे करे और उसके साथ इसका उपाय भी किफायती हो?तो भाईयो आज हम ऐसी ही एक दवाई के बारे में बात करने वाले हे जिससे हमे ये कीटो से तो नियंत्रण मिलेगा और साथ में ये काफी किफायती दवाई भी है।तो भाईयो इस दवाई का नाम है rogor fmc.
Rogor insecticide क्या है?
Rogor एक कीटनाशक है जो फसल में मौजूद कई प्रकार की कीटो को शुरुआती अवस्था पे काफी अच्छा नियंत्रण करता है।ये दवाई कई सालो से भारत के बाजार में मौजूद है और काफी किफायती भी है,जिसके कारण भारत के किसानों मे ये दवाई काफी लोकप्रिय है।
Rogor के निर्माता M/S New Pack Agro Chem नाम की कंपनी करती है और इसके विक्रेता FMC India Private Limited नाम की कंपनी करती है।जो की काफी लोकप्रिय कंपनी है।
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Rogor का technical name क्या है? और ये कौनसी कीटो पर नियंत्रण करता है?
रोगर के टेक्निकल के बात करें तो इसमें dimethoate 30% E.C. फॉर्मीलेशन मे आता है। जिसका मतलब Emulsifiable Concentrate होता है।
अगर बात करें इस से नियंत्रित होने वाले कीटों की तो यह तना छेदक,माहू,फीता मंख मतकृण, निंबू का माहू, तेला, दहिया, फुदका, शल्के कीट, चुर्दा,पत्ती का फुदका,धुन और सफेद मक्खी जैसे कीटो पर नियंत्रण करता है।
Rogor का इस्तेमाल कौनसी फसल पे? और कितना करना चाहिए?
Rogor का इस्तेमाल करने की जानकारी नीचे दी गई है।
सेब - सेब की फसल में 1980/ml दवाई को 1500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
केला - केले की फसल में 1980/ml दवाई को 1500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
निंबू - निंबू की फसल में 1980/ml दवाई को 1500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
अंजीर - अंजीर की फसल में 1980/ml दवाई को 1500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
आम - आम की फसल में 3300/ml दवाई को 1500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
गुलाब - गुलाब की फसल में 24750/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
भिंडी - भिंडी की फसल में 2310/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
बैंगन - बैंगन की फसल में 1980/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
फुलगोबी और गोबी - गोबी और फुलगोबी की फसल में 660/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
मिर्च - मिर्च की फसल में 660/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
प्याज - प्याज की फसल में 660/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
आलु - आलु की फसल में 660/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
टमाटर - टमाटर की फसल में 660/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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