Syngenta virtako क्या है?इसका technical क्या है? Virtako की संपूर्ण जानकारी।
नमस्कार किसान भाइयों,धान की फसल में तना छेदक की समस्या हमे काफी परेशान करती है।और हमारी फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाती है और इसके परिणाम स्वरूप हमे कम पैदावार मिलती है।
लेकिन किसान भाईयो अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।क्योंकि आज हम ऐसे ही एक प्रोडक्ट के बारे में बात करने वाले है जो न सिर्फ तना छेदक का नियंत्रण करेंगा बल्के इसके साथ साथ पौधे के जड़ों में भी फायदा देगा।इस प्रोडक्ट का नाम है syngenta virtako।
Syngenta virtako क्या है?
Virtako एक नए जमाने का उत्कृष्ट कीटनाशक है।जिसके इस्तेमाल से फसल में तना छेदक और अंकुर छेदक का नियंत्रण करने के साथ पौधो की जड़ों के विकास में भी मदद करता है।
Image by-Syngenta |
Virtako के उत्पादक और विक्रेता syngenta india limited. नाम की कंपनी करती है।ये कंपनी अपने बेहतरीन प्रोडक्ट्स और क्वालिटी के कारण भारत के किसानों मे काफी लोकप्रिय और विश्वशनीय है।
Virtako syngenta का technical name क्या है? और ये कैसे काम करता है?
Virtako दो प्रभावशाली कीटनाशकों का मिश्रण है जिसमे से पहला टेक्निकल Thiamethoxam 1% है और दूसरा टेक्निकल Chlorantraniliprole 0.5% है।virtako हमे ग्रेनुअल फॉर्म में मिलता है।
इसके काम करने के तरीके की बात करे तो ये दो प्रभावी कीटनाशकों का मिश्रण होने की वजह से दोहरे तरीके से कीटो पर प्रभावी नियंत्रण करता है।जिससे फसल को लंबे समय तक सुरक्षा मिलती है।
Virtako का इस्तेमाल कौनसी फसल मे? कितना? और कैसे करना चाहिए?
Virtako का उपयोग हम गन्ना, मकाई और धान जैसी फसलों में बिना किसी भी प्रकार की चिंता किए बिना कर सकते है।
गन्ना- गन्ने की फसल में इसका इस्तेमाल करने के लिए 4/kg virtako को 10/kg रेत या फिर उर्वरक के साथ मिलाए।यदि खाद का उपयोग हो तो पहले हल्का सा पानी का छिड़काव करे और बाद में virtako मिलाए इसके बाद इस मिश्रण को प्रारंभिक कल्ले फूटते समय प्रति एकड़ के हिसाब से ब्रॉडकास्ट करना चाहिए।
मकाई- मकाई की फसल में इसका इस्तेमाल करने के लिए 2.5/kg virtako को 10/kg रेत या फिर उर्वरक के साथ मिलाए।यदि खाद का उपयोग हो तो पहले हल्का सा पानी का छिड़काव करे और बाद में virtako मिलाए इसके बाद इस मिश्रण को फसल के 15-20 दिनों की अवस्था पे प्रति एकड़ के हिसाब से ब्रॉडकास्ट करना चाहिए।
धान- धान की फसल में इसका इस्तेमाल करने के लिए 2.5/kg virtako को 10/kg रेत या फिर उर्वरक के साथ मिलाए।यदि खाद का उपयोग हो तो पहले हल्का सा पानी का छिड़काव करे और बाद में virtako मिलाए इसके बाद इस मिश्रण को प्रारंभिक कल्ले फूटते समय प्रति एकड़ के हिसाब से ब्रॉडकास्ट करना चाहिए।
सावधानी
> खेत में पानी का होना बहुत जरुरी है।
> Virtako के इस्तेमाल से पहले और बाद में कम से कम 3 से 4 दिन तक पानी होना चाहिए।
> इसका उपयोग करने से पहले अपने कृषि विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले।
Virtako से क्या फायदे मिलते है?
> Virtako के इस्तेमाल से धान और गन्ने जैसी फसलों में तना छेदक और अंकुर छेदक जैसी कीटो पर नियंत्रण मिलता है।
> Virtako पौधो की जड़ों को मजबूत करता है।और पौधे के विकास को तेज करता है।
> Virtako फसल और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
> इसके इस्तेमाल से हमे मिलती है स्वस्थ और सुरक्षित फसल और इसके परिणाम स्वरूप ज्यादा पैदावार।
तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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