Adama tapuz क्या है? इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? Tapuz की संपूर्ण जानकारी।
नमस्कार किसान भाइयों,यदि आप कपास और धान जैसी फसलों की खेती करते है।और इन फसलों में आपको भूरा फुदका, जेसिड और सफेद मक्खी जैसी कीटो से परेशान होते हैं।तो ऐसी परिस्थिति में हमे ये चिंता होती है की फसल में इन कीटो का नियंत्रण कैसे करे?
लेकिन किसान भाइयों अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि आज हम ऐसे ही एक प्रोडक्ट के बारे में बात करने वाले है जो हमारी फसलों में इन कीटो को नियंत्रित करने में हमारी मदद करता है।जिसका नाम है adama tapuz.
Tapuz क्या है?
Tapuz कपास और धान जैसी फसलों में भूरा फुदका, जेसिड और सफेद मक्खी जैसी कीटो को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक कीटनाशक है।
Image source-google|image by-Adama india |
इसके उत्पादक और adama india privet limited नाम की कंपनी करती है।यह कंपनी अपने बेहतरीन कृषि उत्पादों और अच्छी क्वालिटी के कारण भारत के किसानों मे काफी लोकप्रिय है।
Tapuz adama का technical क्या है? और ये कैसे काम करता है?
Tapuz insecticide के अंदर हमे दो सक्रिय तत्वों का मिश्रण देखने को मिलता है।जिसमे से पहला टेक्निकल buprofezin 15% है और दूसरा टेक्निकल acephate 35% है।इन दोनों टेक्निकल का मिश्रण हमे WP फॉर्मुलेशन के रूप में मिलते है।
इसके काम करने के तरीके की बात करे तो ये कीटो के मोल्टिंग प्रोसेस को रोकता है और साथ ही कीटो के चेतातंत्र को भी प्रभावित करता है।जो कीटो के पक्षाघात और मृत्यु का कारण बनता है।
Tapuz का इस्तेमाल कौनसी फसलों में? और कैसे करना चाहिए?
Tapuz का इस्तेमाल करने वाली फसलों की सूची नीचे दी गई है।
धान - धान की फसल में भूरा पौध फुदका और सफेद पीठ का पौध फुदका जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 1250/gm दवाई को 500/लिटर पानी में अच्छे से मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
कपास - कपास की फसल में जेसिड और सफेद मक्खी जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 1250/gm दवाई को 500/लिटर पानी में अच्छे से मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।
सावधानी।
> इसका इस्तेमाल अन्य फसलों पर करने से पहले अपने कृषि विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
> लेबल और पत्रक पर दिए गए सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उनका पालन करें।
> इस्तेमाल करते समय रबर के दस्ताने, चश्मा, फेसमास्क और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।
> छिड़काव करते समय खाने और पीने की चीजों का सेवन न करे।
> छिड़काव करते समय धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करे।
तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।
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