Pi cosko का technical क्या है? ये कैसे काम करता है? Cosko की संपूर्ण जानकारी।

 नमस्कार किसान भाइयों,यदि आप मूंगफली, सोयाबीन, चने ,गन्ना और अन्य सब्जी वर्गीय फसलों की खेती करते है।और इन फसलों में आपको इल्लियों की समस्या काफी परेशान करती है।

लेकिन किसान भाइयों अब आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आज हम ऐसे ही एक प्रोडक्ट के बारे में बात करने वाले है जो हमारी फसलों में इल्लियों के नियंत्रण करने में हमारी मदद करता है।जिसका नाम है pi Cosco.

Cosko pi क्या है?

Cosko सोयाबीन,गन्ना,मूंगफली और अन्य फसलों में आने वाली इल्लियों के नियंत्रण करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक broad spectrum कीटनाशक है।

PI-Cosko-insecticide
Image source-google|image by-Pi industries



इसके उत्पादक fmc india Pvt Ltd नाम की कंपनी करती है।और इसके विक्रेता pi industries Ltd नाम की कंपनी करती है।यह कंपनी अपने बेहतरीन कृषि उत्पादों और अच्छी क्वालिटी के कारण भारत के किसानों मे काफी लोकप्रिय है।

Pi Cosko का technical क्या है? और यह कैसे काम करता है?

Cosko के अंदर हमे सक्रिय तत्व के रूप में Chlorantraniliprole 18.5% SC फॉर्मुलेशन में देखने को मिलता है।जिसका मतलब Suspension concentrate होता है।

इसके काम करने के तरीके की बात करे तो ये छिड़काव के बाद मांसपेशियों की कोशिकाओं में राइनोडाइन रिसेप्टर्स को बांधता है।जिससे मांसपेशियों में पक्षाघात होता है।जिसके परिणामस्वरूप कीटो का नाश होता है।

Cosko का इस्तेमाल कौनसी फसलों पर? और कैसे करना चाहिए?

Cosko का इस्तेमाल करने वाली फसलों की सूची नीचे दी गई है।

धान - धान की फसल में तना छेदक और पत्ता मोडक जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

कपास - कपास की फसल में अमेरिकन सुंडी,धब्बेदार सुंडी और तंबाकू इल्ली जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

टमाटर - टमाटर की फसल में फल छेदक जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

मिर्च - मिर्च की फसल में फल छेदक और तंबाकू इल्ली जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

सोयाबीन - सोयाबीन की फसल में हरा सेमी लूपर जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

मूंगफली - मूंगफली की फसल में तंबाकू इल्ली जैसी कीटो के नियंत्रण के लिए 150/ml दवाई को 500/लिटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टर के हिसाब से छिड़काव करना चाहिए।

सावधानी।

> इसका इस्तेमाल अन्य फसलों पर करने से पहले अपने कृषि विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

> लेबल और पत्रक पर दिए गए सभी निर्देशों को ध्यान से पढ़ें और उनका पालन करें।

> इस्तेमाल करते समय रबर के दस्ताने, चश्मा, फेसमास्क और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें।

> छिड़काव करते समय खाने और पीने की चीजों का सेवन न करे।

> छिड़काव करते समय धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करे।

तो किसान भाइयों हमे उम्मीद है आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा,अगर आपको इस आर्टिकल से कुछ जानकारी मिली है,तो अपने दूसरे किसान भाइयों को भी इस आर्टिकल को शेयर कीजिए।और आपको इस आर्टिकल के बारे में कोई भी प्रश्न है,तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।

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